What's inside earth (in Hindi)

पृथ्वी के अंदर क्या है ? 


पृथ्वी हमारे ब्रमाण्ड का इकलौता ऐसा ज्ञात गृह है जिसमे जीवन संभव है । पर आपने कभी सोचा है की पृथ्वी किससे बना है और पृथ्वी के अंदर क्या है?

पृथ्वी का भीतरी हिस्सा तीन परतो (layers) से बना है । पृथ्वी के सबसे ऊपरी परत को क्रस्ट (crust) कहते है। crust परत के नीचे मेंटल (mantle) परत होती है और उसके नीचे कोर (core) होती है ।


क्रस्ट की परत (crust layer) 


curst पृथ्वी का सबसे ऊपरी और बहरी परत होता है जहाँ हम रहते है । यहाँ सभी प्रकार के जानवर और पेड़-पौधे होते है । समुद्र भी इसी परत में आता है । यह परत 70 किलोमीटर तक गहरी होती है ।


मेंटल की परत (mantle layer)


curst परत के बाद मेंटल की परत होती है । यह 2890 किलोमीटर की मोटी परत होती है । यह पृथ्वी की सबसे बड़ी परत होती है । यह सिलिकेट (silicate) के पत्थरो से बनी होती है जिसमे बहुत ज़्यादा मात्रा में लोहा और मैग्नीशियम (magnesium) नामक धातु होता है ।  बहुत ज़्यादा तापमान और दबाव की वजह से ये धातु कभी - कभी द्रव (liquid)भी बन जाते है । जब इन धातु के बड़े-बड़े plates हिलने लगते है तो पृथ्वी में भूकम्प भी आ जाता है ।


कोर की परत (core layer)


core परत पृथ्वी की सबसे आखरी और सबसे अंदर की परत होती है । यह दो परतो से बनी होती है : भीतरी कोर परत (inner core layer) और बाहरी कोर परत (outer core layer) । 

भीतरी कोर परत 1200 किलोमीटर मोटी होती है । यहाँ दबाव बहुत ज़्यादा होता है जिसकी वज़ह से यह परत बहुत सख्त होती है । यहाँ का तापमान 4,982° से 7,204° तक होता है । यह उतना की गर्म है जितना सूरज की सतह गर्म होती है ।  पर इतनी गर्मी से भी वहाँ मौजूद धातु पिघलते नहीं है क्योंकि वहाँ का दबाव बहुत ज़्यादा होता है । वैज्ञानिको के अनुसार इस भीतरी कोर परत में लोहा और निकल (nickel ) नामक धातु हो सकता है । कुछ वैज्ञानिक यह भी सोचते है की इस परत पर सोना या प्लैटिनम (platinum) जैसे धातु भी हो सकते है । 

बाहरी  कोर परत 3400 किलोमीटर मोटी होती है । इस परत में धातु द्रव (liquid) बन जाते है । यह निकल (nickel), लोहा और कुछ अन्य धातुओ से बना होता है ।

हमें ऊमीद है की अब आपको पता चल गया होगा की पृथ्वी के अंदर क्या है। यदि आपके मन में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें सम्पर्क कर सकते है यहाँ click करके ।